क्रेडिट कार्ड में Minimum Due vs Total Due: सिर्फ मिनिमम ड्यू भरने से क्या होता है?
क्या आप हर महीने अपने क्रेडिट कार्ड का सिर्फ Minimum Due ही भरते हैं? अगर हां, तो सावधान हो जाइए! ऐसा करने से आप धीरे-धीरे कर्ज के जाल में फंस सकते हैं। इस लेख में हम समझेंगे कि Minimum Due और Total Due में क्या फर्क होता है और क्यों पूरा बिल चुकाना जरूरी होता है।
Minimum Due vs Total Due – सिर्फ मिनिमम ड्यू भरना खतरनाक हो सकता है!
बहुत लोग सोचते हैं कि क्रेडिट कार्ड का minimum due भर देना ही काफी है। लेकिन क्या आपको पता है इससे आप धीरे-धीरे कर्ज के जाल में फंस सकते हैं?
इस ब्लॉग में हम आसान भाषा में समझेंगे:Minimum Due और Total Due क्या होते हैं?
- इनका फर्क क्या है?
- और सिर्फ Minimum Due भरने से क्या नुकसान हो सकता है?
Minimum Due और Total Due का मतलब
Minimum Due vs Total Due – क्या फर्क है?
जब आप क्रेडिट कार्ड से कोई खर्च करते हैं, तो बिल में दो चीज़ें दिखाई देती हैं:
🔹 Total Due:
आपने जितना भी पैसा खर्च किया है, वो पूरा अमाउंट — इसे पूरा चुकाना ज़रूरी है ताकि कोई ब्याज न लगे।
🔹 Minimum Due:
यह छोटे हिस्से का भुगतान होता है (आमतौर पर 5% के आस-पास)। अगर आपके पास पूरे पैसे नहीं हैं, तो आप ये भर सकते हैं, लेकिन बाकी अमाउंट पर भारी ब्याज लगेगा।
सिर्फ Minimum Due भरने से क्या हो सकता है?
- हर महीने ब्याज जुड़ता रहेगा
- क्रेडिट स्कोर धीरे-धीरे गिर सकता है
- कर्ज का बोझ बढ़ता जाएगा
- आखिर में भुगतान करना मुश्किल हो सकता है

कब करे Minimum Due का इस्तेमाल?
क्या कभी Minimum Due भरना सही है?
हाँ, लेकिन सिर्फ इमरजेंसी में।
अगर किसी महीने आपके पास पूरे पैसे नहीं हैं, तब आप एक बार minimum due भर सकते हैं।
लेकिन यह आदत नहीं बननी चाहिए।
Total Due भरने के फायदे
Time पर पूरा भुगतान क्यों जरूरी है?
- ब्याज नहीं लगता
- क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है
- आप कर्ज से दूर रहते हो
- बैंक आपको ज्यादा लिमिट और बेहतर ऑफर देता है
क्रेडिट कार्ड का स्मार्ट इस्तेमाल कैसे करें?
- हर महीने Total Due समय पर भरें
- Auto-debit सेट करें ताकि ड्यू डेट मिस न हो
- बजट बनाएं और खर्च को ट्रैक करें
- बार-बार मिनिमम ड्यू न भरें